optional travel insurance for e ticket passengers
आप जब भी भारतीय रेल्वे के साथ अपनी यात्रा करते है तो आपके टिकट के साथ आपको बहुत ही कम पेसे में ट्रैवल इन्श्योरेन्स मिल जाता है ।
ये सुविधा भारतीय रेल्वे द्वारा बहुत समय से दी जा रही है लेकिन बहुत से लोगों को इस इन्श्योरेन्स के बारे में पता भी नहीं होता है ।
जब भी आप भारतीय रेल्वे से यात्रा करते है तब आपको अपने टिकट के साथ बस एक फॉर्म भरना होता है जिसके बाद आप इस इन्श्योरेन्स के लिए eligible हो जाते है ।
ऐसा नहीं है की ये भारतीय रेल्वे का ट्रैवल इन्श्योरेन्स आपको लेंना ही होगा अगर आप नहीं लेना चाहते है तब भी वो आप पर निर्भर करता है ।
भारतीय रेल्वे आपको एक रुपये से भी कम दाम में कुछ इन्श्योरेन्स पॉलिसी देता है जिसमे की 35 पेसे और 49 पेसे वाली पॉलिसी भी है ।
ऐसा नहीं है की इन पॉलिसी का प्रीमियम इतना कम है और ये किसी काम की नहीं है इतने कम प्रीमियम देने के बाद भी 10 लाख तक का भुगतान आपको किसी भी दुर्घटना होने पर दिया जाता है ।
policy details
भारतीय रेल्वे ने ट्रेन एक्सीडेंट को railway act 1989 के अन्डर सेक्शन 123 और 124 , 124 a के अंदर कवर किया है ।
इन सेक्शन के अनुसार भारतीय रेल्वे इन्श्योरेन्स के लिए वही यात्री एलिजबल होगा जिसके पास पूरी तरह से tain में बेठने का टिकट होगा और साथ में इन्श्योरेन्स वाला फॉर्म भरा होगा ।
1 रुपये से भी कम पर मिलता है 10 लाख का इन्श्योरेन्स भारतीय रेल्वे में
भारतीय रेल्वे में 1 रुपये से भी कम प्रीमियम एन भी 10 लाख तक का इन्श्योरेन्स मिलता है जब भी आप भारतीय रेल्वे मेन अनलाइन बुकिंग करते है तो आपको 1 रुपया खर्च करने पर 10 लाख का इन्श्योरेन्स मिल जाता है ।
लेकिन ये इन्श्योरेन्स आपको तभी मिलता है जब आप आप बुकिंग करते समय इन्श्योरेन्स वाले ऑप्शन को चुनते है , अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आप भारतीय रेल्वे के इन्श्योरेन्स के हकदार नहीं होते है ।
भारतीय रेल्वे के ट्रैवल बीमा में आपको कब मुआवजा मिल सकता है -
मृत्यु की स्थति में
जब भी कोई भारतीय रेल्वे में अपनी यात्रा करता है और उस आदमी ने भारतीय रेल्वे का इन्श्योरेन्स पॉलिसी वाला फॉर्म भरा है ऐसे मे कोई एक्सीडेंट हो जाता है और यात्री की मोत हो जाती है ऐसे में 100% भुगतान भारतीय रेल्वे के द्वारा किया जाता है ।
यानि की अगर आपकी पॉलिसी में 10 लाख का भुगतान तय किया गया है तो मरने के बाद आपके परिवार को या नॉमिनी को 10 लाख रुपये मिल जायेगे ।
भारतीय रेल्वे के द्वारा ये सारा पेसा लगभग 12 महीने की अवधि के अंदर मिल जाता है ।
permanent total disability
अगर किसी यात्री को भारतीय रेल्वे में सफर के टाइम किसी एक्सीडेंट में permanent total disability हो जाती है जिसमे की किसी की दोनों आंखे चली जाती है या दोनों पैर चले जाते है , दोनों बाजू चले जाते है या कोई और ऐसी चीज हो जाती है जो कभी वापिस नहीं आ सकती है ।
ऐसे केस में भी भारतीय रेल्वे इन्श्योरेन्स का फुल अमाउन्ट यात्री को देती है ऐसे में भी पॉलिसी का 100% भुगतान किया जाता है ।
ऐसी स्थिति में भी आपको भारतीय रेल्वे लगभग 12 महीने के भीतर भुगतान कर देता है
permanent partial disability
जब कभी भी एक्सीडेंट के दोरान आपको चोटे लगती है या आप कुछ चीजे अपने शरीर की खो देते है ऐसे में आपको 75% पेसे मिलते है पूरे इन्श्योरेन्स अमाउन्ट से जिसमे की नीचे दिए हुए हार्म अगर आप पर हुए है ।
1 अगर आप दोनों कान से सुन नहीं पा रहे है दुर्घटना के बाद तब भी आप 75% पेसे पा सकते है भारतीय रेल्वे के द्वारा ।
2 अगर आपके शरीर का कोई एक अंग नहीं रहता है तो ऐसे में भी आपको भारतीय रेल्वे की और से 75% भुगतान किया जाता है
3 अगर एक आँख से दिखना भी आपको बंद हो जाता है तब भी आपको 75% इन्श्योरेन्स की रकम मिल जाती है ये सारा पेसा आपको 12 महीने के अंदर सभी स्थति में मिल जाता है ।
4 अगर एक्सीडेंट में यात्री की हाथों की सारी उगलिया चली जाती है या एक एक हाथ की भी उगली कूत जाती है एसे में भी आप मुआवजा के हकदार है ।
5 अन्य सभी ऐसी चोटे भी इसके अंदर कवर की जाती है जिसमे आपके शरीर में कोई गहरी चोट लगी है और आपके शरीर का कोई हिसा निकल गया है और डॉ ने लिखित रूप में दिया है तो आप 75% मुआवजे के हकदार है ।
हॉस्पिटल के खर्चे और इलाज
भारतीय रेल्वे मे सफर करते हुए अगर आपका एक्सीडेंट हो जाता है और आपको चोटे आई हुए है ऐसे में अगर आपके पास भारतीय रेल्वे की ट्रैवल इन्श्योरेन्स पॉलिसी है तो आपके हॉस्पिटल के सारे खर्चे भारतीय रेल्वे उठता है और कोई सर्गजी होनी हो उसका खर्च भी भारतीय रेल्वे उठता है ।
हॉस्पिटल के खर्चे के लिए भारतीय रेल्वे लगभग 2 लाख तक का खर्च कर सकती है जिसमे की हॉस्पिटल के रूम का का किराया दवाई का खर्चा ऑपरेशन का खर्च आदि शामिल होता है ।
जरूरी दस्तावेज क्लैम लेने के लिए मृत्यु की स्थिति में
जब भी की की मृत्यु भारतीय रेल्वे की यात्रा के समय हो जाती है उसके बाद भारतीय रेल्वे उनके परिवार से कुछ डाक्यमेन्ट मांग सकती है उसके बाद ही भारतीय रेल्वे क्लैम को सेटल कर सकती है ।
1 भारतीय रेल्वे की रिपोर्ट जो सुनिश्चित करे की भारतीय रेल्वे का कोई एक्सीडेंट हुआ था जिस समय की आप बात कर रहे है । ये आप से थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स कंपनी मांग सकती है भारतीय रेल्वे ने बहुत सारी इन्श्योरेन्स कंपनी से पॉलिसी ली होती है ।
2 यात्री का डेथ सर्टिफिकेट और एक रिपोर्ट जो भारतीय रेल्वे ने जारी की हो की यात्री की मोत भारतीय रेल्वे की दुर्घटना में हुए है ।
3 पर्सनल एक्सीडेंट फॉर्म भरा हुआ जिसमे की नॉमिनी के हस्ताक्षर हो ।
4 नॉमिनी की फोटो आइडेंटिटी जेसे की आधार कार्ड आदि ।
in case of disablement claim
1 भारतीय रेल्वे की एक रिपोर्ट जिसमे एक्सीडेंट की डीटेल दी गई हो और आप उस ट्रेन में थे ये सुनिश्चित किया गया हो ।
2 एक डॉ की रिपोर्ट जिसमे की सुनिश्चित किया गया हो अपने अपने शरीर का कोई अंग खोया है ।
3 आपके सारे मेडिकल बिल जिसमे डॉ के हस्ताक्षर किए गए हो ।
4 साथ में एक कॉपी आपके disability certificate की
5 कॉपी ऑफ ऑफ FIR
6 एक फोटो जो आपके एक एक्सीडेंट के पहले की हो और एक एक्सीडेंट के बाद की हो
7 आपके सभी रिपोर्ट और सभी x ray
in case of hospitalization expenses for injury
1 भारतीय रेल्वे की एक रिपोर्ट जिसमे एक्सीडेंट की जानकारी दी गई हो ।
2 हॉस्पिटल से डिस्चार्ज सर्टिफिकेट
3 हॉस्पिटल के ओरिजनल बिल और मेडिकल बिल
4 आपको जो दवाई डॉ के द्वारा लिखी गई है उसकी पूरी जानकारी ।
5 सभी टेस्ट रिपोर्ट x ray , ईसीजी , ब्लड टेस्ट जो सभी डॉ ने कीये हो और सभी डाक्यमेन्ट पर डॉ की स्टांप और साइन हो ।
6 सभी कैश मेमो जो भी दवाई अपने हॉस्पिटल से बाहर से ली है ।
कौन सी कंपनी देती है इन्श्योरेन्स का पेसा
जब भी कभी भारतीय रेल्वे में कोई दुर्घटना हो जाती है तो उसके बाद इन्श्योरेन्स का पेसा कौन देती है अगर आपको लगता है की भारतीय रेल्वे देती है तो आप गलत हो सकते है ।
भारतीय रेल्वे ने पहले से ही दूसरी कंपनी के साथ डील की हुए होती है यानि को भारतीय रेल्वे पहले से इन्श्योरेन्स ले कर बेठे होते है ताको कभी भी कोई घटना घटे तो सारा बोझ भारतीय रेल्वे पर न आए ।
भारतीय रेल्वे इसके लिए समय समय पर अपना प्रीमियम भर्ती रहती है अब बात करते है की भारतीय रेल्वे ने कौन सी इन्श्योरेन्स कंपनी के साथ ट्रैवल इन्श्योरेन्स में डील की हुए होती है ।
मुख्य रूप से इसमे दो इन्श्योरेन्स कंपनी सामने आती है जिसमे से एक एसबीआई जनरल इन्श्योरेन्स corporation लिमिटेड है और दूसरी कंपनी लिबर्टी जनरल इन्श्योरेन्स लिमिटेड है ये दो कंपनी ही आपका मिआवजा देती है ।
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